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पृष्ठ क्र. 6

भारत की शक्ति विश्व हमारा परिवार है- वसुधैब कुटुम्बकम् की रही है। विश्व में समस्त नागरिकों के लिए भारत का यह सन्देश रहा है कि सब एक सम्मिलित परिवार के सदस्यों की तरह व्यवहार करें। यह सिद्धांत भारत में धामिर्क जीवन के मूल में रोपित है, यह भारत में राजनीतिक जीवन के मूल में रोपित है, यह भारत में सामाजिक जीवन के महत्वपूर्ण तन्तुओं में निहित है।...
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पृष्ठ क्र. 8

यूजीसी ने भारतीय ज्ञान-परंपरा पर आधारित एक पाठ्यक्रम भी तैयार किया है, जिसमें रामायण-महाभारत कालीन कृषि और सिंचाई जैसी व्यवस्था, खगोल विज्ञान की वैदिक अवधारणाएँ और वैदिक गणित, सुश्रुत संहिता में वर्णित उपचार व्यवस्था आदि को प्रमुखता से स्थान दिया गया है। इसके साथ ही प्राचीन भारत के उन विद्वानों का भी उल्लेख है, जिन्होंने भारतीय शिक्षा को एक नई ऊँचाई दी।...
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पृष्ठ क्र. 10

हम यदि अपने बच्चों के भविष्य को उज्जवल बनाना चाहते हैं तो हमें सबसे पहले उन्हें एक अच्छा इंसान बनाना है। यही है सबसे बड़ा अध्यात्म कि हम मानव बनें और मानव- धर्म को अपनाएँ। अध्यात्म की यही प्रेरणा हमारी नयी पीढ़ी को सच्ची प्रसन्नता और शांति प्रदान कर सकेगी।...
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पृष्ठ क्र. 44

गयाजी अन्त:सलिला फल्गू नदी के पश्चिम तट पर स्थित विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मन्दिर प्रत्येक सनातन धर्म आवलंबियों के लिए एक पवित्र तीर्थ है। मंदिर स्थापत्य कला का उत्कृष्ट नमूना है। मंदिर का निर्माण इन्दौर की महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने वर्ष 1787 के आस-पास करवाया था जो काले ग्रेनाइट पत्थरों को तराश कर बनाया गया है।...
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